दिल्ली : वज़ीर ए आज़म द्वारा पूरे मुल्क से महिलाओं को सम्मान देने और उन्हें शसक्त बनाने के लिए लाल क़िले की प्राचीर से आवाहन किया गया था, वज़ीर ए आज़म की उस अपील का एक खूबसूरत नज़ारा उस समय देखने को मिला जब लगभग आठ दिनों से बंद दिलशाद कालोनी RWA कार्यालय कालोनी को स्थानीय पार्षद श्रीमती मोहनी ज़ीनवाल एवं उनकी महिलाओं की गरिमायी टीम की सदस्यों कि उपस्थिति में कालोनी की अवाम की सेवा के लिए खोल दिया गया।
स्थानीय पार्षद ने newsip के एडमिन एडिटर से वार्तालाप में फ़रमाया मुझे स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले आठ दिनों से नई RWA की टीम जीती है उसके लिए बैठने की व्यवस्था नही हो पा रही है जिसकी वजह से आम जन के कार्य प्रभाबित हो रहे हैं, क्योंकि RWA कार्यालय पर ताला लगा हुआ है और पुरानी टीम ने अभी तक चार्ज नहीं दिया है, मैं इस बारे में ये संदेश देना चाहती हूँ कि किसी भी जन को लोकतंत्र से खेलने का कोई अधिकार नहीं है, जब जनता RWA के चुनाव में अपना वोट दे कर नये पदाधिकारी गण को चुन चुकी है तो फिर किसी एक का छत्रीय राज़ नहीं चलने दिया जाएगा , लोकतांत्रिक व्यबस्था है जिस में जनता ही सर्वोपरि होती है।
ये पूछे जाने पर कि RWA कार्यालय में ताला लगने या सील लगने का कारण क्या है ? आपने फ़रमाया कारण चाहें जो भी हो जब जनता की भारी भीड़ यहाँ मोजूद है तो फिर जनता ही तो जनार्दन है इसलिए में अपनी महिला मित्रों के साथ इस कार्यालय को खुलवा रही हूँ। और इस तरह से पिछले आठ दिनों से बंद पड़े RWA कार्यालय को कालोनी के आम नागरिकों के लिए खोल दिया गया।