ऋषिकेश: टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के कारपोरेट कार्यालय सहित विभिन्न परियोजना कार्यालयों में 05.06.2023 ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार के दिशा-निर्देशों पर 08 मई से 05 जून 2023 तक मिशन लाइफ के अंतर्गत चलाये जा रहे कार्यक्रमों का समापन किया गया व साथ ही विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर टीएचडीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री आर. के. विश्नोई द्वारा समस्त कर्मचारियों एवं अधिकारियों को वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएँ दी व मिशन लाइफ की थीमों के अनुरूप जीवन शैली अपनाने का संदेश भी दिया गया। श्री विश्नोई द्वारा इस वर्ष के पर्यावरण दिवस की थीम “बीट द प्लास्टिक पौल्यूशन” के दृष्टिगत एकल प्रयोग प्लास्टिक के पर्यावरण नुकसानों का उल्लेख करते हुए समस्त परियोजना एवं कार्यालय प्रमुखों को एक माह के अंदर अपने अधीनस्थ कार्य स्थलों एवं कार्यालयों को प्लास्टिक मुक्त करने का आह्वान किया गया एवं एकल प्रयोग प्लास्टिक के विकल्प तलाशने एवं उन्हें प्रचलन में लाने हेतु हर सम्भव प्रयास किये जाने के निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर कारपोरेट कार्यालय ऋषिकेश द्वारा “सत्त आजीविका एवं सामुदायिक विकास केन्द्र” पशुलोक में आयोजित समारोह में सामाजिक एवं पर्यावरण विभाग के विभागाध्यक्ष, अपर महाप्रबन्धक, श्री अमरदीप एवं विशेष कार्याधिकारी श्री प्रदीप नैथानी द्वारा मुख्य अतिथि कार्यपालक निदेशक, श्री अतुल जैन एवं मुख्य वक्ता आईआईटी रूड़की की प्रोफेसर, डा0 बिहु सुचेतना का पौदा भेंट कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में नोडल अधिकारी, श्री विपिन थपलियाल द्वारा अतिथियों एवं प्रतिभागियों के समक्ष मिशन लाइफ के अंतर्गत कारपोरेट कार्यालय सहित परियोजनाओं एवं अन्य कार्यालयों द्वारा चलायी गयी गतिविधियों जैसे नुक्कड़-नाटक, निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता, जूट बैग वितरण, स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण, प्रमुख व्यक्तियों द्वारा व्याख्यान आदि का विवरण प्रस्तुत किया गया। मुख्य अतिथि श्री अतुल जैन द्वारा विकास को आवश्यक बताते हुए पर्यावरण एवं विकास के बीच आवश्यक संतुलन बनाये रखने पर जोर दिया गया। श्री जैन द्वारा टीएचडीसी को जिम्मेदार एवं पर्यावरण जागरूक संस्था बताते हुए ऋषिकेश स्थित कारपोरेट कार्यालय एवं आवासीय परिसर के पूर्ण रूप से पर्यावरण अनुकूल होने एवं इस हेतु किये गये उपायों का उल्लेख किया गया। जिनमें प्रमुख रूप से काॅरपोरेट कार्यालय एवं आवासीय परिसर को 16 भूमिगत वाटर परकोलेशन टैंक्स के माध्यम से पूर्ण रूप से जीरो वेस्ट वाटर डिस्चार्ज परिसर बनाने, परिसर का अपना सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट होने जिसका उपचारित जल औद्यानिकी कार्यों में प्रयुक्त होता है, कूड़े का जैविक एवं अजैविक अलग-अलग रूप में एकत्रीकरण एवं अजैविक कूड़े से स्टाॅफ कैंटीन हेतु बायोगैस का उत्पादन व जैविक खाद उत्पादन हेतु प्रयोग किये जाने, 500 किलोवाॅट का सोलर रूफटाॅप प्लांट लगाने व 500 किलोवाॅट अतिरिक्त सोलर रूफटाॅप एक माह में पूर्ण हो जाने, ऋषिकेश परिसर में 5 किलोग्राम प्रतिघंटा उत्पादन क्षमता के ग्रीन हाईड्रोजन प्लांट एंव खुर्जा सुपर थर्मल पाॅवर प्लांट हेतु निर्माणाधीन जलाशय का अतिरिक्त उपयोग करते हुए 10 मेगावाट के फ्लोटिंग सोलर प्लांट की स्थापना प्रक्रियाधीन होने का उल्लेख किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता आईआईटी रूड़की की प्रोफेसर डा0 बिहु सुचेतना द्वारा मिशन लाइफ की थीमों पर आधारित अपने वकतव्य में व्यवहारिक जीवन के उदाहरण लेते हुए गुण-दोष के आधार पर पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया।
कार्यक्रम के समापन से पूर्व मुख्य अतिथि द्वारा समस्त प्रतिभागियों को पर्यावरण के अनुकूल व्यवहार करने की शपथ दिलायी गयी। अंत में सामाजिक एवं पर्यावरण विभाग के विभागाध्यक्ष, अपर महाप्रबनधक श्री अमरदीप द्वारा समारोह में सम्मिलित सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सामारोह में श्री ए0बी0 गोयल कार्यपालक निदेशक (वित एवं लेखा), श्री टी0एस0 रौतेला, कार्यपालक निदेशक सूचना प्रौद्यौगिकी, श्री वीरेन्द्र सिंह, मुख्य महाप्रबन्धक, ओएमएस डॉ. ए0एन0 त्रिपाठी, अपर महाप्रबन्धक केंद्रीय संचार आदि उपस्थित रहे।