गोरो ने सन् १९४२ मे भारत छोड़ो आन्दोलन में भाग लेने की वजह से हमारे घर को जलाकर राख कर दिया था…
बहुत प्रचलित नाम है बाबा , जब हम किसी को आदर और सम्मान दे कर उसका नाम न लेना चाहें और वो शक्स उम्रदराज़ हो तो उसे बाबा कह कर संबोधित करने की भारतीय संस्कृति रही है, हालाँकि आज के इस पनपते युग में बाबा के अपने अपने अर्थ निकाले जा सकते हैं।…