पूर्वी दिल्ली RWA, ABDE दिलशाद कालोनी के चुनावी नतीज़े तक़रीबन सुबह पाँच बज कर 10 मिनट पर घोषित कर दिये गये, उन सभी काउंटिग अधिकारीगण को पूरी एक रात की जेलनुमा कोठरी से रिहा कर दिया गया जिनको AC के अंदर बंद करके बाहर ताला लगा दिया गया था, अंदर जाने से पहले उनकी तलाशी जेल की तलाशी से भी ज़्यादा सख़्त थी, काउंटिंग पूरी होने के बाद उन सभी को AC वाले RWA के कार्यालय से बाहर आने का अवसर मिला, यक़ीनन है हारने वाले पैनलिस्ट को थकान महसूस हुई होगी और जीतने वाले पैनलिस्ट को हल्का पन, चुनाव कमिश्नर को क्या महसूस हुआ होगा मुझे इस बात का इल्म नही है, पर उन्हें अपने वोट ना डालने की कसक ठीक उसी तरह चुभ रही होगी जिस तरह उनसे निवेदन करने वालों के नाम वोटर लिस्ट में शामिल ना होने वाले मतदाताओं को।
चुनाव में हार जीत का आँकड़ा इस प्रकार रहा। प्रेसिडेंट पद के उम्मीदवार श्री आर के शर्मा चुनाव चिन्ह पेड़ के निशान को 819 वोट हासिल हुए जबकि चश्मे के चुनाव निशान वाले श्री सुंदर सिंह गोंसाई को 560 वोट हासिल हुए, चुनाव चिन्ह पेड़ के निशान वाले सुरेश पाणिकर को 807 वोट हासिल हुए और चतुर सिंग चश्मे के निशान वाले को 566 वोट हासिल हुए, चुनाव चिन्ह पेड़ के निशान वाले दलीप सिंह को 810 वोट हासिल हुए और चश्मे के निशान वाली श्रीमती नीलम भंडारी को 563 वोट हासिल हुए, चुनाव चिन्ह पेड़ के निशान वाले विनोद नायर को 781 वोट हासिल हुए और चश्मे के निशान वाले रवींद्र कुमार राठी को 586 वोट हासिल हुए, चुनाव चिन्ह पेड़ के निशान वाले अनुभव शर्मा को 795 वोट हासिल हुए चश्मे के निशान वाले दीपक ठाकुर को 603 वोट हासिल हुए, चुनाव चिन्ह पेड़ वाले ज्ञानेन्द्र राय को 897 वोट हासिल हुए चश्मे के निशान वाले सुरेश बिष्ट को 556 वोट हासिल हुए, चुनाव चिन्ह पेड़ के निशान वाले श्री लीलू राम को 800 वोट मिले चश्मे के निशान वाले राजेश कुमार पांडेय को 567 वोट हाशिल हुए। और इस तरह से कुल मिला कर पेड़ चुनाव निशान के सभी पैनलिस्ट विजय घोषित किए गये।
हम अपनी अगली रिपोर्ट में इस चुनाव पर एक विशेष बुलेटेन जारी करेंगे जिसमे बतायेंगे किस तरह से प्रोबासी हुए देशवासी, पूर्वांचली हुए यामुनचली, मित्र हुए मण्डल वाले, झाड़ू ने भी की खूब सफ़ाई, और कैसे शाम ढलते ढलते दो दो पेग ने उतारी वर्दी और ग़ैर वर्दी वालों की थकान