पूर्वी दिल्ली : आज RWA कार्यालय में आयोजित पुलिस और पब्लिक संवाद के प्रोग्राम पर समाचार लिखे जाने तक हमे RWA और पूर्व RWA दोनों की प्रीतिक्रियाएँ मिली हैं, सीमापुरी SHO और ACP सीमापुरी को भी हमने इस प्रोग्राम पर अपनी प्रतिक्रिया के लिए संपर्क किया था उनकी कोई भी प्रतिक्रिया समाचार लिखे जाने तक प्राप्त नहीं हुई है, क्योंकि पूरी कालोनी में जो ऐलान हुआ था उसमे DCP का नाम लिया जा रहा था इस लिये हमारी एक टीम ने डीसीपी से भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया के लिए संपर्क किया था पर त्यौहार की व्यस्था के कारण उनकी भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है जैसे ही पुलिस की कोई प्रीतक्रिया आती है हम अपने पाठकों को अवगत करायेंगे। फ़िलहाल RWA और पूर्व RWA की प्रतिक्रिया से आपको अवगत करा रहे हैं।
पूर्व RWA के एक अधिकारी द्वारा दिये गये बयान के मुताबिक़ : पूलिस की गस्त व बाइक पेट्रोलिंग हमारे समय पर बहुत होती थी, हमने कई पुलिस पब्लिक मीटिंग कराईं,गलत कामों को स्वयं आगे आकर बंद कराया,आवारा अराजक व नशेड़ी लोगो के आवागमन को काफी हद तक हमने रोका,पर आज की कथित आरडब्ल्यूए पूरी तरह फेल है,ना सुरक्षा दे पा रहे हैं ना ही बुनियादी सुविधाएं,सिर्फ फोटो खिंचवाने व अपने नंबर बनाने का यह गेम खेल रहे हैं,आज जो कार्यक्रम था वह पुलिस की ओर से हर आरडब्ल्यूए में किया जा रहा है,बैनर भी पुलिस का ही लगा था आरडब्ल्यूए का नही,कथित आरडब्ल्यूए और समर्थको ने सिर्फ आरडब्ल्यूए का पैसा खराब किया है अपनी पब्लिसिटी के लिए,इनके पदाधिकारी व सदस्य और पांच छ सीनियर सिटीजन थे जनता नदारद थी,कार्यक्रम फ्लॉफ रहा जनता ने यह दिखावा नकार दिया।
RWA सदर ज़नाब आर के शर्मा द्वारा दिये गये बयान के मुताबिक़ एक ये प्रोग्राम RWA के सौजन्य से नही कराया गया था, और ना ही RWA का कोई पैसा इस प्रोग्राम में लगा है , ये प्रोग्राम पुलिस की तरफ़ से कराया गया था जितना भी पैसा लगा है वो पुलिस ने लगाया है या किसी और ने इस बारे हमे कोई मालूमात नहीं है ।
इस प्रोग्राम की सूचना RWA के सचिव अनुभव शर्मा को कल रात को साड़े नो बजे कालोनी के एक पुलिस बीट अफ़सर के ज़रिये दी गई थी, जिसके बाद हमने यहाँ के लोगों को एकत्रित किया, लोग आये और अपनी समस्याओं से पुलिस अफ़सरों को अवगत कराया . फोकस में जो मुद्दा रहा वो था कालोनी में चकले का बढ़ता व्यापार… जिस पर अफ़सरों ने आश्वासन दिया की वो इससे कड़ाई से निपटेंगे.. प्रोग्राम पूरी तरह से कामयाब रहा है जितनी भी कुर्सियाँ लगाई गई थीं वो पूरी तरह से भरी हुई थीं और उसके बावजूद भी लोग इधर उधर खड़े थे ।