NBCC निदेशक परियोजना भ्रष्टाचारों के आरोपों के साथ सेवानिव्रत
दो सालों से निदेशक परियोजना के ख़िलाफ़ लगातार शिकायतें मिलने के बाद भी NBCC के उच्च प्रबंधन ने मूँद रखी थी आँखे, CVC और मंत्रालय की पहल पर निदेशक परियोजना पर हुई बड़ी कार्यवाही । NBCC के चार अधिकारियों ने किया है निदेशक परियोजना के लिए आवेदन NBCC काबिल अधिकारीयों से भरा हुआ है । निदेशक परियोजना के पद की इस दौड़ में ईमानदार अधिकारी की बहुत ज़रूरत है वरना फिर इस पद के लिए अगर कोई भ्रषट अधिकारी चुन लिया जाता है तो परियोजना में फिर से एक बार शिकायतों का पुलिंदा जमा हो जायगा और कम्पनी बीमारी की उस हालत में पहुँच जायगी जहां इसे नीलाम करने के अलावा सरकार के पास कोई भी दूसरा विकल्प नहीं बचेगा।
नई दिल्ली : NBCC निदेशक परियोजना भ्रष्टाचारों के आरोपों के साथ सेवनीव्रत हो गए, हमारे अंडर कवर रिपोर्टर ने हमें बताया है कि पिछले दो सालों से उनके कार्यों से सम्बंधित भ्रष्टाचारों की शिकायतें NBCC, मंत्रालय और केंद्रीय सतर्कता आयोग को लगातार मिल रही थीं पर NBCC के उच्च प्रबंधन ने अपनी आँखें पूरी तरह मूँद रखी थीं मानो जैसे कि निदेशक परियोजना को NBCC के उच्च प्रबंधन ने अपनी मौन सहमति प्रदान कर दी हो, इस मामले ने नया मोड़ तब आया जब इन शिकायतों के पुलंदे से परेशान हो कर केंद्रीय सतर्कता आयुक्त श्रीमान कोठारी के कार्यालय द्वारा मंत्रालय के सचिव को तलब किया और उपरोक्त अधिकारी के ख़िलाफ़ कठोर कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिए गए पर NBCC अधिकारियों पर इस डाँट का कोई असर नहीं पड़ा और निदेशक परियोजना अपनी मनमानी करते रहे, आख़िरकार मामला प्रधानमंत्री कार्यालय पहुँचा CVC की नींद जागी और मंत्रालय एवं CVC की पहल पर निदेशक परियोजना पर चार्जसीट जारी कर दी गई । NBCC के उच्च प्रबंधन को अधिकारी की इतनी शिकायतें मिलने के बाद भी अधिकारी के ख़िलाफ़ कार्यवाही ना करना कई सवालों को जन्म देता है।
सवाल नो १ : क्या प्रधानमंत्री के सख़्त आदेशों के वावजूद भी भ्रषटाचारी अधिकारियों की लाबी नहीं टूट पा रही है ?
सवाल नो २: क्या उपक्रमों के उच्च प्रबंधन की नियुक्ति की कंपलसन होती हैं ?
सवाल नो ३ : हर वर्ष केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा विजिलेंसे अवैरनेस वीक महज़ एक दिखावा है ?
सवाल नो ४: क्या उपक्रम में बैठे CVO CMD के हाथों की कतपुतिली हैं जिनको CMD अपनी मर्ज़ी से दिशा निर्देश देते हैं कि किस शिकायत पर कार्यवाही करनी है और किस शिकायत को फ़ाइल के नीचे दबाना है ?
PESB द्वारा उपरोक्त नियुक्ति के सम्बंध में आदेश जारी कर दिया गया था पर खबर लिखे जाने तक उपरोक्त पद के लिए कोई भी कदम नही उठाया गया है , सूत्र ये बता रहे हैं कि जुलाई के महीने तक इस नियुक्ति के लिए सम्पूर्ण कदम उठा कर नियुक्ति कर दी जाएगी, बोर्ड द्वारा उमीदवारों के शॉर्ट लिस्ट की सूची फ़ाइनल होने के बाद ये पता चलेगा उपरोक्त पद के लिए किस किस उम्मीदबार को इस पद के काबिल समझा गया है
हमारी जानकारी के मुताबिक़ NBCC द्वारा इस पद के लिए आवेदन करने वाले अधिकारियों में चार ED अधिकारीयों ने आवेदन किया है, जिसमें कुछ एक को छोड़ कर ज़्यादातर उम्मीदवारों के ख़िलाफ़ विभाग में और मंत्रालय में भ्रष्टाचार की शिकायतें लंबित हैं , एक अधिकारी को तो मारिशस के विदेशी प्रोजेक्ट से शिकायत मिलने पर प्रोजेक्ट से हटा दिया गया था । सूत्र ये भी बता रहे हैं की दुबई प्रोजेक्ट में भी उपरोक्त अधिकारी पर मंत्रालय को शिकायत मिली थी जो NBCC के CVO विंग में लम्बित है , एक अन्य अधिकारी NBCC के गुरुग्राम प्रोजेक्ट 37 D में घटिया मटीरीयल इस्तेमाल होने वाले में संलिपत हैं , जबकि एक और अधिकारी गुहाटि में CBI की रेड में उनका नाम शामिल है । ऐसा नही है कि NBCC में ईमानदार अधिकारियों की कमी है , NBCC काबिल अधिकारीयों से भरा हुआ है । निदेशक परियोजना के पद की इस दौड़ में ईमानदार अधिकारी की बहुत ज़रूरत है वरना फिर इस पद के लिए अगर कोई भ्रषट अधिकारी चुन लिया जाता है तो परियोजना में फिर से एक बार शिकायतों का पुलिंदा जमा हो जायगा और कम्पनी बीमारी की उस हालत में पहुँच जायगी जहां इसे नीलाम करने के अलावा सरकार के पास कोई भी दूसरा विकल्प नहीं बचेगा। अब देखना ये होगा कि PESB और APPOINTMENT कैबिनेट कमेटी हमारी इस खबर को प्रसारित करने के बाद क्या फ़ैसला लेगी ?
NBCC के निदेशक परियोजना के पद की कमांड NBCC के किसी ईमानदार ED अधिकारी के हाथ में दी जाएगी या फिर सेवानिव्रत होने वाले निदेशक परियोजना नीलेश शाह जैसे अन्य किसी CORRUPT अधिकारी के हाथ में दे कर कम्पनी को ख़त्म करने का श्रीगनेश करेगी ।