हिंदी साहित्य के प्रतिष्ठित आलोचक और नारायणी साहित्य अकादमी के संस्थापक प्रोफेसर नाम सिंह की जयंती के उपलक्ष पर 28 जुलाई को दिल्ली के अकादमी कार्यालय में अचीवर्स जंक्शन चैनल द्वारा लाइव आयोजन किया गया जिसमें अकादमी के अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा सिंह विसेन, युवा सदस्य धीरेंद्र तिवारी आजाद तथा प्रख्यात गीतकार श्री जगदीश मीणा एवं वरिष्ठ पत्रकार और अकादमी की मीडिया प्रभारी नीलम जीना एवं प्रोफेसर और कवित्री डॉ रेनू सिंह ने भाग लिया इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अकादमी के महासचिव मनोज भावुक एवं आजीवन सदस्य मनोज कुमार मनोज की अहम भूमिका रही
अकादमी की राष्ट्रीय अध्यक्ष,डा.पुष्पा सिंह नामवर जी के संदर्भ में चर्चा करते अपने वक्तव्य में इस बात का जिक्र किया कि नारायणी साहित्य अकादमी ने कभी भी किसी से एक रुपए भी सहयोग नहीं लिया है।और अपने द्वारा अनेक बार वर्ष भर में आयोजन करती रही है।बीस वर्षों से अपने पथ पर अग्रसर है।नामवर सिंह जी द्वारा स्थापित एकमात्र यह साहित्यिक न्यास है।अब इसके अन्तर्गत प्रकाशन का शुभारंभ भी हो चुका है।और पत्रिका भी रजिस्ट्रर्ड हो गई है।
आयोजन में कार्यालय सचिव धीरेंद्र तिवारी आजाद भी उपस्थित रहे।और मिडिया प्रभारी नीलम जीना जी ने भी अपने वक्तव्य में नामवर सिंह के द्वारा रचित पुस्तकों की चर्चा की। जगदीश मीणा जी ने अपनी मधुर वाणी में कविता गा कर बहुत प्रभावित किया।संजय गिरी जी के काव्य पाठ ने सभी का मन मोह लिया । मोहम्मद इलियास जी ने भी नामवर सिंह के साथ बीते अपने पलों को साझा किया।
धीरेंद्र आजाद ने अपने वक्तव्य में हमें बताया कि आज के युवाओं में नामवर सिंह कितने लोक प्रिय हैं।इस विषय में अपने अनुभवों को साझा किए।
आयोजन के समापन पर अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में अध्यक्ष महोदया ने बताया किनाम के नाम नामक शीर्षक से नामवर सिंह जी पर उनके द्वारा रचित प्रबंध काव्य है।यह शीर्षक उन्होंने ने ही दिया है।वह नामवर सिंह जी के लिए,थे , नहीं प्रयोग करती हैं।यह बहुत ही अद्भुत बात है। ऐसे महान हिंदी के श्रेष्ठ साहित्यकार को शत् शत् नमन।