नई दिल्ली: भारत में CNG और PNG का रोल बहुत अहम है और ये आगे के दिनों में बढ़ता ही जाएगा। हम NewsIP के पाठकों को स्मरण कराना चाहते हैं कि हाल ही में दुबई में आयोजित COPE-23 प्रोग्राम में खाड़ी के देशों ने ऑयल और गैस ऊर्जा के स्रोत को काफ़ी तवज्जो दी थी।
भारत जो कि 82 से 85 प्रतिशत अपनी ऊर्जा की खपत के लिए विदेशी देशों पर निर्भर करता है, ऐसे में CNG और PNG जो कि एक मॉडर्न ईंधन माना जाता है, भारत के लिए इसकी उपलब्धता बहुत अहम मुद्दा है।
भारत सरकार CNG और PNG देशवासियों को उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है, जब तक देश के अंदर गैस उपलब्ध है, सरकार की ये प्राथमिकता रहेगी कि CNG और PNG की सप्लाई में कमी ना आने दी जाए। पेट्रोलियम मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की जानकारी NewsIP के साथ साझा की है।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन के दो रोड शो दिल्ली के ताज होटल में हो चुके हैं, जिसमें सभी स्टेक होल्डरों ने शिरकत की थी। स्टेक होल्डरों के मन में भारत के अंदर गैस की उपलब्धता को लेकर कई सवाल उठ रहे थे, शायद यही वजह रही होगी कि PNGRB द्वारा CGD के दूसरे राउंड में स्टेक होल्डरों के अलावा ऑयल इंडिया लिमिटेड के CMD डॉ. रणजीत रथ को स्पेशल इनवाइटी के रूप में बुलाया गया था।
NewsIP से बातचीत में कुछ स्टेक होल्डर ने कहा था कि हम पूरी तरह से डिस्ट्रीब्यूशन की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हैं, पर हमें ये आश्वस्त किया जाए कि गैस की उपलब्धता कितनी मात्रा में है, ताकि उस हिसाब से रणनीति बनाई जाए।
वहीं दूसरी ओर इस प्रोग्राम को आर्गनाइज करने वाली संस्था PNGRB के एक सूत्र ने NewsIP से कहा कि आज हमें उम्मीद है कि भारत सरकार की तरफ से प्रोग्राम में शिरकत करने वाले नुमाइंदे हमें निराश नहीं करेंगे और इस प्रोग्राम में शामिल होने वाले सभी स्टेक होल्डरों की आशंकाओं को दूर करेंगे। जब उनसे ये पूछा गया कि क्या आपका इशारा भारत सरकार के पेट्रोलियम सचिव की तरफ है? जो इस प्रोग्राम में बतौर मेहमान-ए-ख़ुसूसी हिस्सा ले रहे हैं, उन्होंने कहा ये देखना आपका काम है कि इस प्रोग्राम में भारत सरकार की तरफ से कौन नुमाइंदगी कर रहा है।
पेट्रोलियम सचिव अपनी व्यस्तता के कारण ज्यादा समय उस प्रोग्राम में नहीं दे पाए और बीच में ही चले गए। उनके जाने के बाद सवाल और जवाबों का सिलसिला शुरू हुआ था, लेकिन सवालों के जवाब देने के लिए भारत सरकार के विभाग के मुखिया मौजूद नहीं थे। स्टेक होल्डरों के मन में निराशा का माहौल न पैदा हो, इसी वजह से वहां मौजूद OIL के CMD डॉ. रणजीत रथ ने फौरन माइक संभाला और फरमाया कि मैं नार्थ ईस्ट के इलाके में गैस उपलब्ध कराने की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं, यहां बैठे सभी स्टेक होल्डर आश्वस्त रहें कि उनको किसी भी हालत में गैस की उपलब्धता में कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।
प्रोग्राम में शामिल स्टेक होल्डर्स के सवालों के जवाब सरकार से पाने के लिए NewsIP पिछले कई दिनों से कोशिश कर रहा था ताकि सरकार की तरफ़ से इस गंभीर मुद्दे पर सरकार का नज़र्या क्या है ? आज इस कोशिश में कामयाबी मिली।
पेट्रोलियम मंत्रालय ने NewsIP को बताया कि हम (सरकार) प्राथमिकता पर CNG और PNG गैस उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं, इसलिए हम कई कमर्शियल सेक्टर की सप्लाई को कई बार काट कर CNG और PNG को प्राथमिकता देते हैं। वर्ष 2020 तक सब कुछ ठीक ही चल रहा था, पर 2020 के बाद से जिस तरह से गैस की डिमांड में बढ़ोतरी हुई है, उससे सप्लाई पर असर पड़ा है। पर फिर भी सरकार की पूरी कोशिश होगी कि देश में जब तक भी गैस उपलब्ध है, सर्वप्रथम उसे CNG और PNG के इस्तेमाल के लिए दिया जाए।
पूरी दुनिया को गैस सेक्टर में डंका बजाने वाला देश कतर के साथ भारतीय गैस कंपनियों का एग्रीमेंट चर्चाओं में है। इस एग्रीमेंट की वैधता वर्ष 2028 तक है, जिसको रिन्यू कराने की पुरजोर कोशिशें की जा रही हैं। जानकारों की ऐसी राय है कि GEOPOLITICS के क्या परिणाम होंगे, ये तो वक्त ही बताएगा। इस पर लिखने के लिए NewsIP के पास बहुत कुछ है, पर मामला देश से जुड़ा है, गंभीर है। चाइना मीडिया में इस मुद्दे पर छपने वाली हर रिपोर्ट पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए है। इसलिए NewsIP देश और नागरिकों की दृढ़ता के साथ खड़ा है।