केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने महेंद्रगढ़ में आयोजित राज्य स्तरीय पिछड़ा वर्ग सम्मान समारोह में हरियाणा के बीसी समाज को बड़ी राहत देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि क्रीमी लेयर की सीमा को 6 लाख रुपए से बढ़ाकर 8 लाख रुपए वार्षिक किया गया है, जिससे लाखों लोगों को फायदा होगा। शाह ने यह भी बताया कि पंचायतों, नगर निगम, और पालिकाओं में पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षण बढ़ाया गया है। बीसी-ए वर्ग के लिए 8 प्रतिशत आरक्षण के साथ अब बीसी-बी वर्ग के लिए भी 5 प्रतिशत आरक्षण लागू किया जाएगा।
शाह ने कांग्रेस पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि वह हमेशा ओबीसी समाज की विरोधी रही है और इसे संविधानिक अधिकार देने में विफल रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने काका साहब और मंडल कमीशन की सिफारिशों को लागू नहीं किया। इसके विपरीत भाजपा ने ओबीसी कमिशन को संवैधानिक मान्यता देकर पिछड़े वर्ग को अधिकार दिए हैं। साथ ही, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल और नीट की परीक्षाओं में 27% आरक्षण पहली बार मोदी सरकार ने दिया।
शाह ने कांग्रेस पर जातिवाद और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने प्रदेश में हरियाणा के सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता दी है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने कर्नाटक में मुसलमानों को आरक्षण दिया था, लेकिन हरियाणा में ऐसा नहीं होने देंगे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछड़ा वर्ग को सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व दिया है। भाजपा ने हरियाणा के पिछड़ा वर्ग से मुख्यमंत्री बनाकर समाज को गौरवान्वित किया है।
इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, और अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे। समारोह में कई पंचायतों के सरपंचों को सम्मानित किया गया और भाजपा सरकार की विकास योजनाओं की जानकारी दी गई।