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आप से हारने वाले को मिला आप का टिकट

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2024: के मद्देनज़र सियासत में हलचलें तेज़ हो गई हैं। **नेताओं का दल बदलना** और **टिकट बंटवारे का विवाद** इस समय चर्चा का विषय बने हुए हैं। ऐसा ही एक मामला **सीमापुरी विधानसभा सीट** से जुड़ा हुआ है, जहां एक चौंकाने वाला घटनाक्रम देखने को मिला।

पूर्व कांग्रेस विधायक **वीर सिंह धींगान**, जो पिछली बार **आम आदमी पार्टी (AAP)** के युवा उम्मीदवार धर्मेंद्र कोहली से बुरी तरह हार गए थे, इस बार उसी पार्टी से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। **AAP की चुनावी रणनीति** के तहत वीर सिंह धींगान को सीमापुरी सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया गया है।

 टिकट की दावेदारी पर उठा विवाद
माना जा रहा था कि सुंदर नगरी क्षेत्र की आप **पार्षद**, जो लंबे समय से पार्टी के लिए काम कर रही थीं, इस सीट की प्रबल दावेदार थीं। लेकिन टिकट वीर सिंह धींगान को दिए जाने से उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि पार्षद ने क्षेत्र में काफी मेहनत की थी और पार्टी के लिए उनका योगदान अहम रहा है।

हालांकि, आप संगठन मंत्री हाजी अर्कम ने स्पष्ट किया कि पार्टी का निर्देश था कि किसी भी **पार्षद को विधानसभा चुनाव का टिकट** नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “यह कहना गलत होगा कि पार्षद इस सीट की दावेदार थीं।”

 हराने वाले को टिकट देने का कारण?
जब उनसे पूछा गया कि वीर सिंह धींगान, जिन्हें AAP ने पिछली बार हराया था, को पार्टी में शामिल कर टिकट क्यों दिया गया, तो हाजी अर्कम ने जवाब दिया, “पार्टी ने एक **सर्वे** कराया था, जिसमें वीर सिंह धींगान का नाम बार-बार सामने आया। यही कारण है कि उन्हें टिकट दिया गया।”

इलाके में बढ़ी हलचल
टिकट बंटवारे के विवाद के बाद इलाके में **चुनावी हलचल** तेज़ हो गई। रातों-रात लगाए गए पोस्टरों को सुबह होते ही फाड़ दिया गया। तस्वीर में फटे पोस्टरों पर वफादार कहे जाने वाला जानवर कुछ कह रहा है, अब क्या कह रहा है ये हम पाठकों की अकल और तजुर्बे पर छोड़ते हैं।

क्या यह **AAP की रणनीति** पार्टी के भीतर विवाद को गहराएगी, या फिर सीमापुरी में यह कदम जीत का रास्ता बनाएगा? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।

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