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फेस मास्क से त्वचा की सुरक्षा—–शहनाज़ हुसैन

फेस मास्क हमारी जिन्दगी का अभिन्न हिस्सा बनते जा रहे हैं। रोज़ाना दफ्तर/कार्यस्थल पर जाने वाले लोगों के लिए फेस मास्क महत्वपूर्ण सुरक्षा उपकरण माने जाते हैं। यदि आप अपने व्यवसाय/नौकरी या अन्य सुरक्षा कारणों से दिन में 12 घण्टे तक लगातार फेस मास्क पहन रहे हैं तो यह आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। फेस्क मास्क से त्वचा में जलन, फोड़े, फुंसी, खुजली सहित अन्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। देश में लाकडाउन को हटाने की प्रक्रिया के बाद शहरों में घनी आबादी में रहने वाले लोगों के लिए फेस्क मास्क जीवन शेली का अभिन्न अंग बन गया है।
देश के अधिकतर राज्यों में घरों से बाहर निकलने पर फेस मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है जिससे त्वचा की बीमारी ‘मस्कने’ तेजी से फैलती जा रही हैं यह बीमारी मुख्यतः डाॅक्टर/पैरा मैडिकल स्टाफ/पेशेवर लोगों को फेस मास्क से ढकी त्वचा पर देखने में पाई जा रही है। उस ढकी त्वचा पर कील, मुहांसे, रोसेसिया आदि त्वचा से जुड़ी बीमारियां देखने को मिल रही हैं क्योंकि मास्क पहनने से उस स्थल पर गन्दगी तथा तैलीय पदार्थ जम जाते हैं त्वचा विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस का कोई प्रभावी ईलाज मिलने तक फेस मास्क पहनना अत्यन्त आवश्यक है लेकिन वह फेस मास्क को त्वचा पर होने वाले दुष्प्रभावों को लेकर काफी चिन्तित हैं/ विशेषज्ञों का मानना है कि फेस मास्क पहनने की अनिवार्यता को निभाते हुए त्वचा से जुड़ी समस्याओं को काफी हद तक नियन्त्रित किया जा सकता है विशेषज्ञों का मानना है कि हमेशा काॅटन से बने फेस मास्क के प्रयोग को प्राथमिकता दें। बाजार में अक्सर नाईलोन, सिंथेटिक, पोलिस्टर आदि से बने फेस मास्क मंहगी दरों पर बेचे जा रहे हैं जो कि त्वचा की अनेक समस्याओं को जन्म देते हैं। आप अपने पुराने सूट, दुपट्टे साड़ी को काटकर घर में प्रभावी और स्वास्थ्यवर्धक मास्क बना सकते हैं जोकि आपको संक्रमण से बचा सकता है तथा आपकी मैडिकल आवश्यकताओं को जहां पूरा करता है वहीं दूसरी ओर त्वचा को भी कोमल, मुलायम बनाये रखता है। फेस मास्क खरीदते समय किसी कलर, स्टाईल, डिजाईन या फैशन के चक्कर में कतई ना पड़ें बल्कि इसे मात्र संक्रमण रोकने के उपाय के तौर पर ही देखें।
शाम को घर पहुंचकर जब भी आप अपना फेस मास्क उतारें तो अपने हाथ साबुन या सैनेटाईज़र से जरूर धोएं। मास्क को हाथ से या वाशिंग मशीन में गुनगुने गर्म पानी से अच्छी तरह धो लें तथा एक मास्क को बार-बार कतई ना पहनें। मास्क को उतारते समय मास्क के अलगे अग्रणी भाग को छूने से हमेशा परहेज़ करें क्योंकि इस स्थान पर संक्रमण की संभावनाएं अत्याधिक होती हैं।
इस महामारी के दोरान आप मेकअप से परहेज़ करें तो बेहतर होगा। अगर आप मेकअप के प्रति अत्यन्त संजीदा हैं तो आप आंखों से लगते भाग पर मेकअप कर सकते हैं लेकिन फेस मास्क से ढके रहने वाले भाग पर मेकअप करने से त्वचा के छीद्र बन्द हो जाएंेगे तथा इस क्षेत्र में त्वचा की गंदगी, मैल, पसीना जमा हो जाएगा जिससे त्वचा से जुड़ी समस्याऐं खड़ी हो जाऐंगी।
फेस मास्क पहनने से पहले तथा फेस मास्क उतारने के बाद चेहरे को ताजे साफ पानी से जरूर धोऐं तांकि तैलीय पदार्थों, मृत्क त्वचा कोशिकाओं को हटाया जा सके। यदि फेस मास्क पहनने के बाद आपकी त्वचा से सम्बन्धित समस्याऐं बढ़ जाती हैं तथा घरेलू उपचार से समाधान सम्भव नहीं हो पा रहा है तो अपने नज़ीकी डाॅक्टर को जरूर सम्पर्क कीजिए। कुछ लोगों को प्लास्टर, डाई तथा डिटरजैंट से एलर्जी होती है तथा मास्क के उपयोग में यह ध्यान देने योग्य पहलू होते हैं। अगर आपको फेस मास्क पहनने के बाद त्वचा से सम्बन्धित समस्याओं में गम्भीरता महसूस होती है तो आप खुद भी निरीक्षण कर सकते हैं । अगर आप के नाक के भाग पर खुजली या फुंसी बढ़ जाती है तो यह फेस मास्क के अन्दर ‘‘ऐडहिसिव स्ट्रिप’’ की वजह से हो सकती है। क्योंकि कुछ फेस मास्क उत्पादक फेस मास्क को   चेहरे  पर  टिकाए रखने के लिए एक स्ट्रिप लगा देते हैं जिससे फेस मास्क स्थिर रहता है। अगर आपको कान  के इर्द-गिर्द त्वचा पर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो यह इयर स्ट्रिप की वजह से हो सकता है  /अधिकतर  डिटरजैंट में त्वचा के लिए हानिकारक कैमिकल विद्यमान होते हैं। अगर आपको फेस मास्क से ढकी रहने वाली समूची त्वचा में समस्याओं से जूझना पड़ रहा है तो आपको फेस मास्क को धोने वाले साबुन, डिटरजैंट को बदलने की तत्काल जरूरत है। अपने चेहरे को हर वक्त माइस्चराइज़र से कवर करके रखें क्योंकि इससे त्वचा तथा मास्क के बीच रगड़/घर्षण को कम किया जा सकेगा जिससे त्वचा की परेशानियां कम होंगी।
आप फेस मास्क से त्वचा को होने बाली परेशानियों  के लिए घरेलू उपाय भी अपना सकती हैं
स्क्रब: बादाम से सबसे बेहतरीन फेशियल स्क्रब बनता है। बादाम को गर्म पानी में तब तक भिगोऐ रखे जब तक इसका बाहरी छिल्का न हट जाए। इसके बाद बादाम को सुखाकर पीस ले तथा इस पाऊडर को एक एयरटाईट जार में रख ले। प्रत्येक सुबह दो चम्मच पाऊडर में दही या ठण्डा दूध मिलाकर इस मिश्रण को कोमलता से त्वचा पर लगाऐं तथा बाद में इसे पानी से धो डालें। चावल के पाऊडर में दही मिलाकर स्क्रब के तौर पर उपयोग करने से तैलीय त्वचा को राहत मिलती है। थोड़ी सी हल्दी को दही में मिलाइए इसे प्रतिदिन त्वचा पर कोमलता से लगाइए तथा आधा घण्टा बाद ताजे स्वच्छ पानी से धो डालिए।
एक चम्मच शहद में दो चम्मच नीबूं जूस मिलाइए इसे प्रतिदिन चेहरे पर लगाइए तथा आधा घण्टा बाद ताजे साफ जल से धो डालिए।
 खीरेे की लुगदी को दही में मिलाइए तथा इस मिश्रण को प्रतिदिन चेहरे पर लगाइए इस मिश्रण को 20 मिनट बाद ताजे स्चच्छ जल से धो डालिए तथा यह तैलीय त्वचा को सबसे ज्यादा उपयुक्त होगा।
तैलीय त्वचा के लिए टमाटर की लुगदी में एक चम्मच शहद मिलाकर इस मिश्रण को प्रतिदिन त्वचा पर लगाइए तथा 20 मिनट बाद धो डालिए। त्वचा को  राहत प्रदान करने के लिए काटनवूल की मदद से ठण्डा दूध कोमलता से प्रतिदिन त्वचा पर लगाऐ। इससे त्वचा केा न केवल राहत मिलेगी बल्कि त्वचा कोमल बनकर निखरेगी। लम्बे समय तक इसका उपयोग करने से त्वचा की रंगत में निखार आएगा तथा यह शुष्क तथा सामान्य त्वचा दोनो को उपयोगी सिद्ध होगी।
 त्वचा के उपचार तथा बचाव में तिल अहम भूमिका अदा करते है। मुट्ठी भर तिल को पीसकर इसे आधे कप पानी में मिला लीजिए तथा दो धण्टा तक मिश्रण को कप में रहने के बाद पानी को छानकर इससे चेहरा साफ कर लीजिए।
क्लींजिग मास्क: खीरे तथा पपीते की लुगदी का मिश्रण करके इसमें एक चम्मच दही, एक चम्मच शहद, चार चम्मच जई का आटा तथा एक चम्मच नीबूं जूस मिला लीजिए तथा इस मिश्रण को सप्ताह में दो बार चेहरे  पर लगा लीजिए तथा  आधा घण्टा बाद ताजे पानी से धो डालिए।
दही में बेसन, नीबूं जूस तथा थोडी हल्दी मिलाइए तथा इसे चेहरे  पर सप्ताह में तीन बार मालिश तथा 30 मिनट बाद ताजे स्वच्छ पानी से धो डालिए।
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