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जंतर मंतर पर गरजे हरियाणा के फार्मासिस्ट

केंद्र सरकार द्धारा ड्रग एंड कॉस्मेटिक रूल्स 1945 के सिड्यूल के , के धारा 23 में परिवर्तन किये जाने के विरोध में हरियाणा समेत देश भर के नाराज फार्मासिस्ट संगठनों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया व धरना दिया। एसोसिएसन गवर्नमेंट फार्मासिस्ट ऑफ़ हरियाणा के राज्य प्रधान विनोद दलाल के नेतृत्व में हरियाणा भर के फार्मासिस्टों ने केंद्र सरकार के निर्णय का जोरदार विरोध विरोध करते हुए आरोप लगाया कि गैर फार्मासिस्ट के हाथों से एलोपथिक दवाएं वितरण कराने का अधिकार दिया जाना , आमजन में जहर बोने जैसा है , जबकि हजारों  फार्मासिस्ट बेरोजगार है , जिन्हे नियुक्त करके सरकार रोजगार प्रदान कर सकती है।
एसोसिएशन गवर्नमेंट फार्मासिस्ट ऑफ़ हरियाणा के राज्य प्रधान विनोद दलाल ने बताया कि भारत सरकार द्धारा किये जा रहे इस प्रस्तावित संशोधन के बाद आशा ,ए एन एम और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी ग्रामीण क्षेत्रों और वैलनेस केंद्रों में चिकित्सालयो के कार्यक्रमों की औषधियां वितरित कर सकेंगी , जिसके विरोध में धरने प्रदर्शन के लिए देश भर से फार्मासिस्टों  को पहुंचने का आह्वान किया था। श्री दलाल ने सम्बोधित करते हुए मांग की कि फार्मेसी एक्ट 1948 की धारा 42 के अनुसार केवल रेजिस्टर्ड फार्मासिस्ट ही औषधि का भंडारण व वितरण कर सकता है। एसोसिएशन के पूर्व प्रधान अनिल परमार ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर फार्मासिस्ट हितों से कोई खिलवाड़ हुआ तो फार्मासिस्ट वर्ग सरकार की ईंट से ईंट बजा देगा।
इस मौके पर फीफो के कोषाध्यक्ष बलबीर श्योराण , ईश्वर राज्य महासचिव , जगपाल हुडा राज्य उप प्रधान , राजगोपाल सोनीपत, सुरेंद्र पानीपत , बिजेंद्र रोहतक , चिराग सोनीपत , आशीष धर्मपाल फरीदाबाद , रोहित करनाल रमेश , राजबीर , श्रवण हिसार  आदि   देश भर से आये हजारों रोषित फार्मासिस्ट उपस्तिथ थे।
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