(Z A Ansari) नई दिल्ली : भारत सरकार के पेट्रोलियम सचिव ने पेट्रोलियम मंत्रालय में अख़बार नवीसों से गुफ़्तगू की जिसका मक़सद पेट्रोलियम एवं गैस पदार्थों की कीमतों पर कमेटी की सिफारिशों को लेकर किया गया । जब उनसे एक नग़मा निगार ने सवाल किया कि जनता पेट्रोल और डीज़ल के अलावा अब CNG के बड़े हुए दामों के तले दबी जा रही है , क्या भविष्य में CNG के दाम कम होने की कोई संभावना है ?
इस सवाल का जवाब देते हुए पंकज जैन ने कहा कि देखिए हमारे लिए अभी ये कहना बहुत मुश्किल होगा कि CNG के दाम कम होंगे या नहीं , क्यूँकि अभी कमेटी की सिफ़ारिशें आईं है और कैबिनेट में जायेंगी, फिर कैबिनेट इस पर फ़ैसला लेगी और दाम तय करेगी कि CNG के दाम क्या होंगे , क्यूँकि अभी सचाई ये है कि हम गैस का तक़रीबन नब्बे प्रतिशत हिस्सा इंपोर्ट करते हैं , हम लगातार गैस की खोज कर रहे हैं, जैसे ही हमें गैस का कोई भंडार मिलता है तो यक़ीनन CNG के दामों के बारे में सोचा जाएगा ।
जब उनसे मज़ीद ये पूछा कि कमेटी की सिफ़ारिशों को ले कर आपका क्या नजरिया है , क्या सरकार या आप इसे जल्दी ही लागू करेंगे ?
आपने फ़रमाया कमेटी की सिफ़ारिशों को ले कर ना हम जल्दबाज़ी में हैं और ना हम आराम से बैठे हैं , कमेटी की सिफ़ारिशें हमें मिली हैं ये सभी सिफ़ारिशें कैबिनेट में जायेंगी उसके बाद सरकार इस पर फ़ैसला लेगी।
ये पूछे जाने पर कि भविष्य में अगर प्राइवेट गैस और पेट्रोल के आउटलेट, पेट्रोल ख़त्म होने का बोर्ड अपने आउटलेट पर लगाते हैं तो उनके ख़िलाफ़ आप क्या कोई सख़्त कार्यवाही करेंगे ?
मैं समझता हूँ ऐसी नौबत दोबारा नहीं आनी चाहिए पूर्व में जब ऐसा हुआ था तो हमने USO लागू किया था जिसमे उन सभी को सख़्ती से आउटलेट खोलने और बंद करने के साथ साथ कई कड़े निर्देश जारी किए थे ।