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60 किलोमीटर के दायरे में एक ट्रामा सैंटर स्थापित किया जायगा -मनोहर लाल

चण्डीगढ़, 7 जून- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेश भर में 60 किलोमीटर के दायरे में एक ट्रामा सैंटर स्थापित करने की प्रकिया में तेजी लाने निर्देश दिए ताकि सडक़ दुर्घटना के पीडि़तों को तत्काल राहत प्रदान की जा सके। इसके लिए उन्होंने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को ट्रामा सैंटरों की मैपिंग करने और ऐसे स्थानों को चिहिन्त करने के निर्देश दिए  दो ट्रामा सैंटर 60 किलोमीटर से अधिक दूरी पर है। मुख्यमंत्री आज अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर सीएम अनांउसमेंट कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अलावा आयुर्वेद, जनस्वास्थ्य, वन, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम, उतर हरियाणा बिजली वितरण निगम, हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम, सहाकारी विभाग, हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास निगम सहित कई विभागों की मुख्यमंत्री घोषणाओं की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन ट्रामा सैंटरों में गुणवतायुक्त सभी तरह के उपकरण एवं अन्य आवश्यक चिकित्सकों एवं स्टाफ की भी तैनाती करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 4 जिला मुख्यालयों स्थित अस्पतालों में कैथलेब, 9 जिलों में एमआरआई एवं 14 जिला अस्पतालों में जनसहयोग से डायलेसिस की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इन स्वास्थ्य सुविधाओं में ओर इजाफा किया जाए ताकि प्रदेश के अधिकांश नागरिकों को अधिक से अधिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिले।
बैठक में बताया गया कि भारत सरकार के साथ नारनौल के सिविल होस्पीटल में ट्रामा सैंटर स्थापित करने के लिए भारत सरकार के साथ ज्ञापन समझौते पर हस्ताक्षर हुए है और जल्द ही इस ट्रामा सैंटर के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने एचएसआईआईडीसी के कार्यो की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उचाना, डबवाली व नारनौंद में औद्योगिक सैक्टर विकसित करने की कार्रवाई अमल में लाएं। यह कोई क्षेत्र औद्योगिक नहीं है। इसलिए कम रेट पर प्लाट विकसित करने का कार्य करें।  उन्होंने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में डेयरी चिलिंग सैंटर, सेल प्वांईट आदि स्थापित करने के लिए ग्राम पंचायतों का सहयोग लिया जाए। इसके साथ ही पैक्स भवनों की मुरम्मत का कार्य करके ओर अधिक सेल प्ंवाईट संचालित करें। उन्होंने कहा कि शुगर मिल, जीन्द को आगामी सत्र से पहले प्रतिदिन 2200 मिट्रिक टन क्षमता का बनाया जाएगा तथा शुगर मिल, पलवल की भी पिराई क्षमता बढाई जाएगी। इसके अलावा डबवाली, कालका में मिल्क चिलिंग सैंटर संचालित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों को पारदर्शी बनाने के लिए वैबसाईट तैयार की गई है। इस वैबसाईट को 6 जुलाई विश्व सहकारी दिवस पर लांच किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बिजली परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि आगामी तीन माह में ग्राम पंचायतों के सहयोग से सोलर प्लांट लगाने की प्रकिया आरम्भ कर दी जाएगी। सोलर प्लंाट स्थापित होने से हरियाणा बिजली के क्षेत्र में ओर ज्यादा आत्मनिर्भर हो जाएगा।   मुख्यमंत्री ने कहा कि शीघ्र ही करनाल जिले के गांव काछवा व कैथल के गांव क्योडक का दौरा कर उनमें चल रहे विकास कार्यों देखा जाएगा। प्रदेश के 10 हजार से अधिक आबादी वाले 126 गंावो में महाग्राम योजना के तहत सिवरेज, पेयजल, सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट जैसे कार्य करवाए जा रहे है।
बैठक में प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, उप प्रधान सचिव अशिमा बराड़, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग राजीव अरोड़ा, अतिरिक्त मुख्य सचिव वाणिज्य एवं उद्योग देवेन्द्र सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव सहकारी ज्योति अरोड़ा, अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं मुख्यमंत्री घोषणाओं के नोडल अधिकारी टी सी गुप्ता, प्रबंध निदेशक सहकारी मिल मुकुल कुमार, निदेशक खाद्य एवं पूति एवं उपभोक्ता मामले शेखर विद्यार्थी सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

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