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संसद में राजनीति के अखाड़े में फुटबॉल का खेल!

 (के. पी. मलिक) नई दिल्‍ली: भारत की संसद राजनीतिक खेल का खेल का अखाड़ा मानी जाती रही है परन्तु आज लोकतंत्र के मंदिर संसद में इस खेल का एक अलग रंग दिखाई दिया। दरअसल, शुक्रवार सुबह संसद पहुंचे तृणमूल कांग्रेस के सांसद प्रसून बनर्जी अपनी फुटबॉल के साथ नजर आए। संसद परिसर पर स्थित राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की मूर्ति के करीब पहुंचते ही, उन्‍होंने फुटबॉल के साथ खेलना शुरू कर दिया। काफी देर तक वे फुटबॉल के साथ तरह-तरह के करतब वहां मौजूद पत्रकारों व अन्य लोगों को दिखाते रहे।    संसद भवन में मौजूद भास्कर के संवाददाता ने जब सांसद प्रसून बनर्जी से इस प्रदर्शन के पीछे की असल वजह पूछी तो उन्‍होंने कहा कि फुटबॉल खेलें, दुनिया को देखें, सज्जन बनें और दुनिया भर में राष्ट्रीय ध्वज का ऊंचाई तक पहुंचाए। उन्‍होंने कहा कि मैं और मेरे मित्र गौतम सरकार, भारत को फुटबॉल वर्ल्ड में खेलते देखना चाहते है। राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की मूर्ति के सामने मैंने शपथ ली है कि इस कार्य को आगे बढ़ाने के लिए पूरी हिम्मत और निष्ठा के साथ कोशिश करते रहेंगे। उन्होंने बताया कि हम प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करके फुटबॉल को बढ़ावा देने की मांग करेंगे। तृणमूल कांग्रेस के सांसद प्रसून बनर्जी ने कहा कि वह फुटबॉलर्स के साथ प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात का समय मांगा है आशा है जल्द ही हमें मुलाकात का समय मिल जायेगा। इस मुलाकात के दौरान हम प्रधानमंत्री से मांग करेंगे कि फुटबॉल को राष्‍ट्रीय स्‍तर पर प्रमोट किया जाए। उन्‍होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान उनका मकसद होगा कि राजनीतिक बातें कम से कम हो और खेल पर पर अधिक चर्चा हो और उसमें भी सबसे ज्‍यादा चर्चा फुटबॉल पर होगी।

फुटबॉल की चैंपियन टीम को मोहन बगान क्लब की ओर से जर्सी भेंट की गई है। हम टीम के हौसले को बुलंद रखना चाहते हैं जिस प्रकार लोगों का अधिक रुझान क्रिकेट की तरफ़ हुआ है। उससे दूसरे खेलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। ऐसा फुटबॉल में ना हो, यही हमारी कोशिश है। इस दौरान सांसद प्रसून बनर्जी ने इंटर मिनिस्टीरियल टूर्नामेंट के चैंपियन टीम को मोहन बगान क्लब की जर्सी उपहार स्वरुप भेंट कर उनका सम्मान में उन्‍होंने कहा कि टूर्नामेंट टीम चाहती थी कि वे देश के पहले फुटबॉल क्लब मोहन बगान की जर्सी पहन कर खेंले। उनकी इस इच्छा को पूरी करने के लिए उन्‍होंने गौतम सरकार ने जर्सी ऑर फुटबॉल चैंपियन टीम को तोहफ़ा दिया है। प्रसून बनर्जी ने बताया कि क्रिकेट की टीम कल हार गई उसका दुख हो रहा है लेकिन हम क्रिकेट की तरह फुटबॉल को सपोर्ट करें तो देश को फुटबॉल से भी प्यार और सम्मान मिल सकता है। टीएमसी सांसद ने सभी सांसदों से अपील की है कि राजनीतिक भावना से छोड़कर फुटबॉल के लिए साथ आएं और इस खेल को आगे बढ़ाएं। उन्होंने बताया कि हम कोशिश कर रहे हैं कि एक टीम सांसदों की बनाएं और दूसरी टीम सिक्योरिटी की। खेल को समर्थन देने के लिए दोनों के बीच मैच कराया जाए। सनद रहे कि सांसद प्रसून बनर्जी को मिल चुका है अर्जुन अवार्ड मिल चुका है। पश्चिम बंगाल की हाबड़ा संसदीय सीट से प्रसून बनर्जी को तीन बार सांसद चुना गया है। 1979 में भारत सरकार द्वारा उन्हें अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था। वे कप्तान इंडियन नेशनल फुटबॉल टीम का इंटरनेशनल टूर्नामेंट में नेतृत्व कर चुके हैं।

(लेखक प्रतिष्ठित समाचार पत्र “दैनिक भास्कर” में ‘राजनीतिक संपादक, है)

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